संप्रेषण मनुष्य जीवन की गति निर्धारित करता है। उचित संप्रेषण ही प्रोन्नति को साहचर्य प्रदान करता है एवं इस संप्रेषण को प्रस्तावित, परिभाषित, परिमार्जित और परीक्षित करना शिक्षा का दायित्व है। देश के सुदूर पश्चिमी सीमान्त क्षेत्र में अवस्थित बाड़मेर शहर का यह सुप्रतिष्ठित श्रीमती धापू देवी मेमोरियल महाविद्यालय इसी दायित्व को संकल्पबद्ध करके संचालित हो रहा है। इस महाविद्यालय की प्रेरणा स्त्रोत परमपूज्या श्रीमती धापू देवी की ममतामयी विश्व परिवार की चिंतन प्रवृत्ति एवं मातृत्व की विराट चेष्टा में समाहित सर्वजन प्रगति की उत्कट अभिलाषा इसकी स्थापना का परम उद्देश्य है।
वर्ष 2010 से संचालित इस महाविद्यालय का विशाल सुसज्जित भवन प्रदूषण से दूर रम्य वातावरण, विविध क्रीडा स्थल, समृद्ध पुस्तकालय, भव्य एवं आधुनिक सुख सुविधाओं युक्त सभागार, नवीनतम तकनीक आधारित कंप्यूटर लैब एवं प्रयोगशालाओं के समानांतर अनुभवी विषय विशेषज्ञ प्राध्यापकों के मार्गदर्शन से युक्त यहां का सांस्कृतिक एवं अकादमिक वातावरण विद्यार्थियों की पहली पसंद बना हुआ है। संप्रति यहां बी.सी.ए., बी.एससी. एवं समस्त महत्वपूर्ण विषयों के साथ बीए स्तर तक अध्ययन की सुविधा उपलब्ध है।
श्रीमती धापू देवी मेमोरियल औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बाड़मेर में स्थापित मल्टीनेशनल कंपनियाँ एवं औद्योगिक विस्तार को देखते हुए फायर टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट (Fire&Safety), इलेक्ट्रीशियन, हेल्थ सेफ्टी एंड एनवायरमेंट (HSE), हेल्थ सेनेटरी इंस्पेक्टर(HSI), वायरमैन तथा कंप्यूटर के लिए कोपा जैसे रोजगारपरक कोर्स संचालित कर रहा है।
सत्र 2021 से प्रारंभ बाड़मेर कॉलेज ऑफ स्पेशल एजुकेशन में स्पेशल टीचर ट्रेनिंग हेतु D.Ed.Spl.Ed (HI), D.Ed.Spl.Ed (IDD), B.Ed.Spl.Ed (HI) तथा B.Ed.Spl.Ed (IDD) कोर्स उपलब्ध है।
अभिनव सत्र में महाविद्यालय परिवार में सम्मिलित होने पर अपने लक्ष्यों की चरम प्राप्ति के साथ मानव समुदाय के नवोत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका का संवाहक बनने की शुभाशंषा व्यक्त करता हूँ।
इस परम पवित्र ज्ञान यज्ञ शाला में नव प्रवेशार्थियों एवं पूर्व में अध्ययनरत समस्त विद्यार्थियों का इस नवीन शिक्षा सत्र में स्वागत करते हुए यह अभिलाषा करता हूँ कि वे जाति वर्गगत विभिन्नताओं का परित्याग करके महाविद्यालय के उत्कृष्ट सामाजिक सांस्कृतिक वातावरण के नवनिर्माण में अपना रचनात्मक सहयोग प्रदान करेंगे। चहुँमुखी विकास एवं उज्जवल भविष्य की कामनाओं के साथ...